रविवार, 24 मार्च 2013

भारतीयता - Just thought today in Holi Milan Samaroh

भारतीयता - Just thought today in Holi Milan Samaroh

विदेश में आकर ज्यादा देशी हो जाते हैं,
लोगों को भारतीयता सीखाते हैं।

थूकते थे पान की पीक सड़क पे हम भी,
विदेश में मुॅह मे ही गटक जाते हैं।

खेलते हैं होली यहां भी जमकर रंगों से,
पर वो देश का रंग कहा ला पाते हैं।

विदेश में आकर ज्यादा देशी हो जाते हैं,
लोगों को भारतीयता सीखाते हैं।

--- प्रेमित (c) 24th March 2013, Holi Milan BIJHAR, 2013

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